हाइकु
-01-
सपना बुना
अहिंसा पुजारी ने
सत्य ही चुना
-सोनम यादव
-02-
मनीप्लांट पे
करती है बसेरा
भोली चिड़िया
-सोनम यादव
-03-
गुस्सा करती
फुदकती गौरैया
आ जाती घर
-सोनम यादव
-04-
जाने क्या लेने
आ जाती थी गौरैया
घर भीतर
-सोनम यादव
-05-
किसे रिझाता
पंखों में चाँद बाँधे
जंगली मोर
-सोनम यादव
-06-
गेहूं के दाने
घूरती घूम घूम
नन्हीं चिड़िया
-सोनम यादव
-07-
गली मोहल्ले
उग आये सन्नाटे
बोये किसने
-सोनम यादव
-08-
आँख घुमाती
रगड़ लेती चोंच
दाना चुगती
-सोनम यादव
-09-
बया करता
नयी कशीदाकारी
ले आता बहू
-सोनम यादव
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