Tuesday, June 30, 2020

हाइकु कविताएँ

हाइकु


-01-

सपना बुना
अहिंसा पुजारी ने
सत्य ही चुना

-सोनम यादव



-02-

मनीप्लांट पे
करती है बसेरा
भोली चिड़िया

-सोनम यादव


-03-
गुस्सा करती
फुदकती गौरैया
आ जाती घर 

-सोनम यादव



-04-
जाने क्या लेने
आ जाती थी गौरैया
घर भीतर

-सोनम यादव


-05-
 किसे रिझाता
पंखों में चाँद बाँधे 
जंगली मोर 

-सोनम यादव


-06-
गेहूं के दाने
घूरती घूम घूम
नन्हीं चिड़िया

-सोनम यादव


-07-
गली मोहल्ले
उग आये सन्नाटे 
बोये किसने 

-सोनम यादव


-08-
आँख घुमाती
रगड़ लेती चोंच
दाना चुगती

-सोनम यादव


-09-
बया करता
नयी कशीदाकारी
ले आता बहू

-सोनम यादव

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